हम चाहें या ना चाहें - पंडित नरेंद्र शर्मा
Posted On रविवार, 10 फ़रवरी 2013 at by Smart Indian
पंडित जी की पुण्य तिथि पर विनम्र स्मरण
हम चाहें या ना चाहें
हमराही बना लेती हैं
हमको जीवन की राहें
हम चाहें या न चाहें ...
ये राहें कहाँ से आते
ये राहें कहाँ ले जाते
राहें धरती के तन पर
आकाश की फैली बाहें
हम चाहें या ना चाहें
हमराही बना लेती हैं
हमको जीवन की राहें
हम चाहें या न चाहें ...
उतरा आकाश धरा पर
तन मन कर दिया न्योछावर
जो फूल खिलाना चाहें
हँस हँस कर साथ निबाहें
हम चाहें या न चाहें ...
हम चाहें या न चाहें (चलचित्र: फिर भी)
गीतकार: पंडित नरेंद्र शर्मा
गायक: हेमंत कुमार
संगीत: रघुनाथ सेठ
संबन्धित कड़ियाँ
ही इज़ नो मोर! ११ फरवरी पापा की पुण्य तिथि - श्रीमती लावण्या शाह
सादर श्रद्धांजलि - पण्डित नरेन्द्र शर्मा
रथवान - एक प्रेरक गीत
पण्डित नरेन्द्र शर्मा - कविता कोश
विविध भारती
हम चाहें या ना चाहें
हमराही बना लेती हैं
हमको जीवन की राहें
हम चाहें या न चाहें ...
ये राहें कहाँ से आते
ये राहें कहाँ ले जाते
राहें धरती के तन पर
आकाश की फैली बाहें
हम चाहें या ना चाहें
हमराही बना लेती हैं
हमको जीवन की राहें
हम चाहें या न चाहें ...
उतरा आकाश धरा पर
तन मन कर दिया न्योछावर
जो फूल खिलाना चाहें
हँस हँस कर साथ निबाहें
हम चाहें या न चाहें ...
हम चाहें या न चाहें (चलचित्र: फिर भी)
गीतकार: पंडित नरेंद्र शर्मा
गायक: हेमंत कुमार
संगीत: रघुनाथ सेठ
संबन्धित कड़ियाँ
ही इज़ नो मोर! ११ फरवरी पापा की पुण्य तिथि - श्रीमती लावण्या शाह
सादर श्रद्धांजलि - पण्डित नरेन्द्र शर्मा
रथवान - एक प्रेरक गीत
पण्डित नरेन्द्र शर्मा - कविता कोश
विविध भारती
रामनवमी की शुभकामनायें!
Posted On रविवार, 21 अक्टूबर 2012 at by Smart Indian
पंडित नरेन्द्र शर्मा रचित भावमय भजन लता मंगेशकर और पंडित भीमसेन जोशी के सुन्दर स्वरों में:
राम का गुणगान करिये
राम प्रभु की भद्रता का, सभ्यता का ध्यान धरिये, ध्यान धरिये
राम का ...
राम के गुण गुण चिरंतन
राम गुण सुमिरन रतन धन
मनुजता को कर विभूषित, मनुज को धनवान करिए, ध्यान धरिये
राम का गुणगान करिये
राम का ...
सगुण ब्रह्म स्वरूप सुन्दर
सुजल रंजन रूप सुखकर
सुजल रंजन रूप सुखकर
राम आत्माराम, आत्माराम का सम्मान करिए, ध्यान धरिये
राम का गुणगान करिये
राम का ...

राम का गुणगान करिये
राम प्रभु की भद्रता का, सभ्यता का ध्यान धरिये, ध्यान धरिये
राम का ...
राम के गुण गुण चिरंतन
राम गुण सुमिरन रतन धन
मनुजता को कर विभूषित, मनुज को धनवान करिए, ध्यान धरिये
राम का गुणगान करिये
राम का ...
सगुण ब्रह्म स्वरूप सुन्दर
सुजल रंजन रूप सुखकर
सुजल रंजन रूप सुखकर
राम आत्माराम, आत्माराम का सम्मान करिए, ध्यान धरिये
राम का गुणगान करिये
राम का ...
