शनिवार, 9 जनवरी 2010

पास रहकर भी कोई [संगीतकार के स्वर में - २]

संगीतकारों द्वारा गाये गए गीतों एक पिछली पोस्ट में मैंने जतिन पंडित का गाया हुआ कर्णप्रिय गीत "रूठ के हमसे कहीं" प्रस्तुत किया था. उसी श्रंखला में आज सुनिए जतिन के स्वर में ही गाया हुआ मधुर गीत "पास रहकर भी कोई पास न हो."

सन २००२ की इस फिल्म का नाम है "तुम जियो हज़ारों साल"

17 टिप्‍पणियां:

  1. वाह अनुराग जी कमाल की प्रस्तुति धन्यवाद्

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  2. वैसे मैं आकाशवाणी जैसे माध्यम में बीस साल से काम कर रहा हूँ तो ऐसी अद्भुत और संग्रहणीय रचनाओं से सामना हो जाता है किन्तु आपके ये प्रयास इन्हें वैश्विक बनाते हैं. साधुवाद.

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  3. आपको और आपके परिवार को नए साल की हार्दिक शुभकामनायें!
    बहुत बढ़िया !

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  4. इस सुन्दर गीत मै सुन्दर आवाज़
    बहुत बहुत बधाई ......................

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  5. सुन्दर आवाज़ में अच्छा गीत
    बहुत बहुत आभार

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  6. ाज दोबारा आयी हूँ इस गीत को सुनने। पता नहीं इस ब्लाग पर पहले मेरी नज़र क्यों नहीं गयी धन्यवाद्

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  7. बहुत सुंदर गीत
    धन्यवाद ................

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  8. waah!!!yahaa to khajana lagata hai ... pahale kabhi nahi suna .....bahut badhiya geet ......dhanywaad .......

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  9. पास रहकर भी कोई पास न हो ........दिल का उदास होना तो स्वाभाविक है पर एक बात बताइये अनुरागजी आप ये गाने लाते कहाँ से हैं ?
    हिंदी फिल्म्स के बेस्ट सोंग्स का कलेक्शन मेरे पास है ,गज़लों और भजनों का भी,पर जतीन का गया ये गाना मैं पहली बार सुन रही हूँ.
    शायद ज्यादा लोकप्रिय नही हो पाया था.

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  10. पास रह कर भी कोई पास न हो....
    बहुत मधुर गीत ... कभी मैंने सुना नहीं था...ह्रदय से आभारी हूँ सुनवाया आपने....
    फिर आउंगी....पक्का... सुनने ने लिए...

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  11. आज कई गीत सुने आपके ब्लॉग पर सभी अच्छे लगे। मस्त।

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