गुरुवार, 20 अक्टूबर 2011

नहीं जाना कुँवर जी - पीनाज़ मसानी

नहीं जाना कुँवर जी - पीनाज़ मसानी का स्वर
फ़िल्म: अमीर आदमी ग़रीब आदमी (1985)
शब्द: निदा फ़ाज़ली; संगीत राहुलदेव बर्मन


गायिका पीनाज़ मसानी
नहीं जाना कुँवर जी बजरिया में
कोई भर ले न तोहे नजरिया में
नहीं जाना कुँवर जी बजरिया में

छल बल दिखाके न कोई रिझाले
पल्लू गिराके न कोई बुलाले
निकला करो न अन्धेरे उजाले

लाखों सौतन फिरत हैं नगरिया में
कोई भर ले न तोहे नजरिया में
नहीं जाना कुँवर जी बजरिया में

बाहर से पायल बजा के बुलाऊँ
अंदर से बाहों की सांकल लगाऊँ
तुझको ही ओढूँ तुझी को बिछाऊँ

तोहे आंचल सा SSS
तोहे आंचल सा कस लूं कमरिया में
नहीं जाना कुँवर जी बजरिया में

तेरे उजालों को गालों में रक्खूं
हर पल तुझी को खयालों में रक्खूं
तोहे पानी सा भर लूं गगरिया में
नहीं जाना कुँवर जी बजरिया में

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* अनुरागी मन - कहानी

7 टिप्‍पणियां:

  1. पञ्च दिवसीय दीपोत्सव पर आप को हार्दिक शुभकामनाएं ! ईश्वर आपको और आपके कुटुंब को संपन्न व स्वस्थ रखें !
    ***************************************************

    "आइये प्रदुषण मुक्त दिवाली मनाएं, पटाखे ना चलायें"

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  2. दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें!

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  3. अच्छी पेशकश है
    कुछ
    बेगम अख्तर के बारे में भी लिखें
    या फिर ज़रा-सा मास्टर मदन के लिए ...

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