बुधवार, 2 जनवरी 2008

आवाज़ पर प्रेमचंद की कालजयी रचनाएं - ऑडियो

कोई विरला ही होगा जो मुंशी प्रेमचंद का नाम न जानता हो। हिन्दी साहित्य जगत में वे एक चमकते सूर्य की तरह हैं। आवाज़ (हिन्दयुग्म) के सौजन्य से अब आप उनकी कालजयी रचनाओं को घर बैठे अपने कम्प्युटर पर सुन सकते हैं। आवाज़ की श्रंखला सुनो कहानी में हर शनिवार को प्रेमचंद की एक नयी कहानी का पॉडकास्ट किया जाता है जिसे आप सुविधानुसार कभी भी सुन सकते हैं। इन कहानियों को को स्वर दिये हैं शोभा महेन्द्रू, शन्नो अग्रवाल, शिवानी सिंह एवं अनुराग शर्मा ने। अभी तक प्रकाशित कुछ ऑडियो कथाओं के लिंक यहाँ हैं:

मंटो की "टोबा टेक सिंह" (अनुराग शर्मा)
मुंशी प्रेमचंद की 'समस्या' (अनुराग शर्मा)
'आत्म-संगीत' (शोभा महेन्द्रू और अनुराग शर्मा)
मंटो की एक लघुकथा (अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की 'बोहनी' (अनुराग शर्मा)
पंकज सुबीर की 'ईस्ट इंडिया कम्पनी' (अनुराग शर्मा)
पंकज सुबीर की "पलाश" (अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की 'मंदिर और मस्जिद' (श्रीमती शन्नो अग्रवाल)
मंटो की एक लघुकथा (अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की 'बड़े घर की बेटी' (श्रीमती शन्नो अग्रवाल)
प्रेमचंद की 'बोहनी' (अनुराग शर्मा)
पंकज सुबीर की 'ईस्ट इंडिया कम्पनी' (अनुराग शर्मा)
पंकज सुबीर की "पलाश" (अनुराग शर्मा)
कुर्रत-उल-ऐन हैदर की 'फोटोग्राफर' (नीलम मिश्रा)
प्रेमचंद की 'पत्नी से पति' (श्रीमती शन्नो अग्रवाल)
प्रेमचंद की 'ठाकुर का कुआँ' (डॉक्टर मृदुल कीर्ति)
प्रेमचंद की 'पुत्र-प्रेम'(श्रीमती शन्नो अग्रवाल)
प्रेमचंद की 'माँ'(श्रीमती शन्नो अग्रवाल)
प्रेमचंद की 'गुल्ली डंडा' (श्रीमती शन्नो अग्रवाल)
प्रेमचंद की 'दुर्गा का मन्दिर' (श्रीमती शन्नो अग्रवाल)
प्रेमचंद की 'आत्माराम' (श्रीमती शन्नो अग्रवाल)
प्रेमचंद की 'नेकी'(श्रीमती शन्नो अग्रवाल)
प्रेमचंद की 'मन्त्र' (श्रीमती शन्नो अग्रवाल)
श्रीलाल शुक्ल की 'काश'(शोभा महेन्द्रू)
प्रेमचंद की 'दूसरी शादी' (अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की 'पूस की रात' (श्रीमती शन्नो अग्रवाल)
प्रेमचंद की 'शादी की वजह' (अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की 'सौत' (श्रीमती शन्नो अग्रवाल)
प्रेमचंद की 'बंद दरवाजा' (अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की 'देवी' (अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की 'वरदान' (अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की 'कौशल' (अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की आधार (अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की उद्धार (अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की 'आख़िरी तोहफ़ा' (अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की कहानी 'पर्वत-यात्रा' (अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की अमर कहानी "ईदगाह" (अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की कहानी 'अमृत' (अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की कहानी 'अपनी करनी' (अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की कहानी 'प्रेरणा' (शोभा महेन्द्रू, शिवानी सिंह एवं अनुराग शर्मा)
प्रेमचंद की कहानी 'अनाथ लड़की' (अनुराग शर्मा)
कहानीः प्रेमचंद की 'अंधेर' (अनुराग शर्मा)

तो फ़िर देर किस बात की है? ऊपर दिए गए लिंक्स पर क्लिक करिए और आनंद उठाईये अपनी प्रिय रचनाओं का। अधिकाँश कहानियों को विभिन्न फॉर्मेट में डाउनलोड करने की सुविधा भी है ताकि आप बाद में उसे अपने कंप्युटर, आईपॉड या एम् पी थ्री प्लेयर द्वारा बार बार सुन सकें या CD बना सकें।

18 टिप्‍पणियां:

  1. भाई आप ने बहुत मेहनत से इसे बनाया है ओर समय भी कितना लगा होगा, आप का धन्यवाद
    आपको को स्वपरिवार दीपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.
    भाई आप इसे हटा दो तो अच्छा रहेगा...
    Word Verification

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  2. Bhai hamara computerto is suavsar ka labh uthane ki ijajathi nahi deta, fir bhi aapko is utkrisht pryas parbadhai. Swagat mere blog par bhi.

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  3. प्रेमचंद की कहानियां को सुनकर बहुत अच्छा लगा/आपने काफ़ी मेहनत किया है पर नतीजा बेह्तरीन है/बहुत-बहुत शुभकामनायें/

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  4. बाप-रे-बाप आप तो सचमुच बड़ा स्मार्ट काम ही कर रहे हो...तुस्सी ग्रेट यार...ग्रेट.....!!!

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  5. साहित्य के क्षेत्र में आपका यह प्रशंसनीय कदम है /कितना श्रम किया होगा कल्पना से बाहर है /

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  6. बहुत दिन हो गए नए का इंतज़ार है

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  7. बहुत शानदार और सुन्दर प्रस्तुति दी भाई अनुराग जी आपने. देखिये ये नये तरीके अद्वितीय रचनाओं को कितना मनमोहक बना रहे हैं. बहुत बधाई आपको.

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  8. अनुराग जी
    अमेरिका पिट्सबर्ग में रहने के बाद भी भारतीयता को न भूलने के लिए आप वाकई आदर के पात्र हैं.टाइम मिले तो प्रेमचंद कि कहानी "रामलीला" पढ़े अच्छा लगेगा......शेष शुभ .

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  9. प्रसंशनीय, वंदनीय कार्य. इस यज्ञ से जुड़े सभी गुणी जनों का वंदन.

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  10. आप इतनी दूर बैठकर हिन्‍दी की सेवा कर रहे हैं नमन है आपको...!

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  11. इनमे से कई कहानियां हमारे बच्चों के कोर्स में है.
    मैंने सीडी बनानी शुरू कर दी है.मेरे स्कूल में मैं बच्चों को कम्प्यूटर के द्वारा ही अधिकाँश चीजे पढती हूँ.आप समझ सकते हैं कि ये सब मेरे लिए कितनी महत्त्व रखती है.

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  12. मंटो की कहानी टोबा टेक सिंह सुनी. लाजवाब प्रस्तुति .
    प्रेमचंद की कहानियों को आपकी टीम ने मधुर आवाज़ देकर
    हिन्दी प्रेमियों का ह्रदय जीत लिया है. सादर नमन।

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